Ep 9 – Purvajo Ka Kehna Hai
पेढ़ी अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह समझती है!सच में? 9 – पूर्वजों का कहना है… अंतर्गतवडीलो
पेढ़ी अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह समझती है!सच में? 9 – पूर्वजों का कहना है… अंतर्गतवडीलो
8 – पूर्वजों का कहना है… (गुजराती श्रृंखला में से भावानुवादित) हमारे पूर्वजों ने कभी
पेढ़ी ने हमेशा शासन के हित में ही कार्य किया है! सच में? 7 –
जैन शासन में श्रमण अपरिग्रही होते है।इसलिए तीर्थों की मालिकी अथवा व्यवस्था में श्रमणों का
पेढ़ी सब सोच समझ कर ही करती है! सच में? 5 – पूर्वजों का कहना
क्या आपको मालुम है? तीर्थों की मालिकियत श्रावकों की नही हो सकती! #4 – पूर्वजों
पेढ़ी को हमारे पूर्वजों ने सपोर्ट ही किया है!!!सच में? 3 – पूर्वजों का कहना
पेढ़ी की भूलों का विरोध करने से तीर्थ की आशातना होती है!!!सच में? #2 –
पेढ़ी की भूलों का विरोध करने से तीर्थ की आशातना होती है!!!सच में? #2 –
क्या पेढ़ी की जाहिर भूलों को जाहिर नहीं कर सकते? पूर्वजों का कहना है –