Ep 7 – Puravjo Ka Kehna Hai

पेढ़ी ने हमेशा शासन के हित में ही कार्य किया है!

सच में?

7 – पूर्वजों का कहना है…

(गुजराती श्रृंखला में से भावानुवादित)

“शेठ आणंदजी कल्याणजी पेढ़ी वहीवट की नियमावली(बंधारण)”

…पेढ़ी को रजिस्टर करवाने से होने वाला भारी नुकसान –

इस संस्था को रजिस्टर करवा लेने से – श्री तीर्थंकर प्रभु स्थापित जैन शासन संस्था तथा श्री संघ को जगत में से अदृश्य करने का लाभ जगत में एक ही धर्म रखने की नीति के पक्षपाती लोग उठा सकेंगे।

“संस्था रजिस्टर होने से एक तरफ शासन और संघ का तंत्र रद्द होने की स्थिति में आ जायेगा,
और दूसरी तरफ पेढ़ी चैरिटी में उलझ जाने से धार्मिक कार्य करने के लिए कोई खास साधन नही मिलेंगे।

सरकारी रजिस्ट्री होने से वह संस्था उन्ही के आदर्शों तथा हेतुओं की तरफ आकर्षित होगी ।

परमात्मा के शासन तथा श्री संघ के वफादार श्री मुनिमहाराज या कोई शक्तिशाली पुरुष परिपक्व बनें तो भी कुछ न कर सकें ऐसी स्थिति में धर्म पहुंच जाएगा।

क्योंकि उस वक्त बड़े बड़े काम करती पेढ़ी भौतिक प्रगतिवादी सरकार के हाथों में होगी।

कुल जोड़कर वक्त आगे जाते हुए जैन शासन, संघ, धर्म, शास्त्र और धार्मिक मिलकत रूप पांचों बुनियाद गंवाने में ये पेढ़ी सक्रिय बनी रहेगी ।”

श्राद्धवर्य पंडित श्री प्रभुदास बेचरदास पारेख
(हित-मित-पथ्यं सत्यं ता. 11-02-1969 का प्रकाशन)

Our ancestors have time and again reprimanded Seth Shri Anandji Kalyanji Pedhi for its innumerable mistakes and wrongdoings committed against the interest of Jin Shaasan.

‘Purvajo Kahe Che’, is a series that reveals these documented facts and historical insights for the benefit and awareness of Shri Chaturvidh Sangh.

PurvajoKaheChe #AnandjiKalyanjiPedhi #Tirthraksha