Dharma Raksha ka Sankalp | Mahasattvashali – 204

जिनशासन की हितचिंता के लिए मेरा जो कर्तव्य या दायित्व है… वो करने में जीवनभर संकल्पबद्ध हूँ..!! तीर्थ, संघ, श्रुत, शासन और धर्म की रक्षा के लिए जो भी करना पड़े… वो आखरी सांस तक करने का… मेरा दृढ़ निरधार है..!! इस बात में कभी अंशमात्र #compromise की संभावना नहीं है..!! – प. पू. गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद्विजय युगभूषणसूरिजी महाराजा । . . . . . #SaveJainTirths #Mahasattvashali #Antrikshji #SaveShikharji #SaveGiriraj #Shatrunjay #Girnar #Kesariyaji #AbuDelwara #Ranakpur #MuchalaMahavir #Taranga #Jain #Jainism #TirthRaksha #spirituality