Kariye Veer Vandana | Episode – 1
કરીએ વીર વંદના • પ્રભુ વીરના 2550મા નિર્વાણ કલ્યાણકે કરીએ વીર વંદના… • હે વીર
કરીએ વીર વંદના • પ્રભુ વીરના 2550મા નિર્વાણ કલ્યાણકે કરીએ વીર વંદના… • હે વીર
इस कलिकाल में तीर्थंकर स्थापित जिनशासन की व्यवस्थाओं को जो धक्का पहुँचा है, उसे सुधारने
प्रभु के द्वारा स्थापित धर्मशासन के प्रभाव से इस विषम काल में भी हम अनगिनत
जिस आत्मा में या जड साधनों में तारकशक्ति न हो, उन्हें तीर्थ नहीं कह सकते
मिथ्यात्व एवं मोहग्रस्त पामर जीवों को आत्मिक सुख की ओर आगे बढ़ना हो… तो उन्हें
इस कलिकाल में भी लायक, भव्य जीवों को तैरने का आलंबन दें, ऐसे तीर्थों की
तीर्थ की सहाय से तैरे, वो तीर्थंकर नहीं होते..!! उन्हें अंतिम भव में तैरने के
क्या प्रभु ऋषभदेव शत्रुंजय तीर्थ की यात्रा हेतु या वहाँ पर साधना करने हेतु पूर्व
तीर्थंकर जहाँ पर साधना करते हैं, जहाँ पर विचरण करते हैं, जहाँ उनके जीवन की
इस विश्व में जितने भी द्रव्य या भावतीर्थ हैं… उन सभी के आद्यस्त्रोत तीर्थंकर हैं..!!