प्रश्न 6 – कानून से अनजान आम लोगों के समक्ष निर्णय का विश्लेषण जारी करने से क्या मतलब ? ऐसी बातें सिर्फ उनके जानकारों तक ही सीमित रखनी चाहिए ।
उत्तर – यह सुझाव स्वीकारने योग्य है, लेकिन कब ? जब उनके जानकार और अधिकृत व्यक्ति शासन के महत्त्वपूर्ण विषयों में पूरी तरह सक्रिय हो । उन्हें शासन के आवश्यक कार्यों की व्यवस्थित जानकारी देना कार्यसिद्धि की दिशा में पहला कदम गिना जा सके, ऐसा हम सभी का पुण्य हो तब उपरोक्त सुझाव उचित माना जा सकता है । लेकिन दुर्भाग्यवश मेरा ऐसा पुण्य नहीं है कि मेरे कहने से शासन के महत्त्वपूर्ण कार्यों में जानकार अधिकृत वर्ग सहयोग दे, जो वर्षों के अनुभव के आधार पर कह रहा हूँ । लेकिन यह भी हकीकत है कि यह कार्य जानकार अधिकृत व्यक्तियों द्वारा ही हो सकता है । उनसे संघ का कोई विरला व्यक्ति शासन की समस्या का समाधान करा सके, फिर चाहे उसे कानूनी ज्ञान न भी हो, उसे ठोस दिशानिर्देश मिल सके उसके लिए इससे बेहतर कोई अन्य विकल्प हो तो बताएँ । काश ! ‘कानून से अनजान लोगों के समक्ष विश्लेषण जारी करने से क्या मतलब ?’ ऐसा प्रश्न पूछने वाले यदि ‘कानून से अनजान लोगों के समक्ष जजमेन्ट जारी करने से क्या मतलब ?’ ऐसा उभयपक्षी सवाल पूछते / पूछ सकते होते तो वर्तमान शासन की स्थिति कुछ अलग होती !!