प्रश्न 12 – ऐसा सुना है कि पेढ़ी ने पत्र लिखकर सभी आचार्य भगवंतों को कहा है कि ‘पंडित महाराज साहब जिस प्रकार ज्ञापन जारी कर रहे हैं उससे तीर्थ को काफी नुकसान होगा, ऐसा कानूनी विशेषज्ञों का अभिप्राय है।’ क्या इस बात पर ध्यान दिया गया है ?
उत्तर – आश्चर्य की बात है कि पेढ़ी ने मुझे ऐसा कोई पत्र नहीं भेजा है । ऐसा लगता है कि तीर्थरक्षा से जुडी ऐसी बातों से भी पेढ़ी मुझे अंधेरे में रखना चाहती है ।
दूसरी बात । यदि निष्पक्ष कानूनी विशेषज्ञों के अभिप्राय के अनुसार मेरे कदमों से तीर्थ को नुकसान हो रहा होता तो क्यों अब तक उसकी जानकारी मुझे नहीं भेजी या सार्वजनिक नहीं की ? यह प्रश्न समझदार व्यक्ति को तुरंत खटकता है ।
तीसरी बात । यदि पेढ़ी को वर्तमान समस्या का अंत लाना हो तो मेरे साथ पेढ़ी की उपस्थिति में निष्पक्ष कानूनी विशेषज्ञों को बिठाकर, पेढ़ी द्वारा उठाए गए कदम और उनके संबंध में मेरे द्वारा लिए गए कदमों के लाभ-नुकसान की चर्चा करके, निर्णय करके, भूलों को सुधारने की दिशा में कदम उठाए जाएँ, यह सबसे सीधा और सरल उपाय है ।