Ek Naye Paise Ka Hakk Nahin | Mahasattvashali – 222

मान लो कि दुकान आपकी, माल आपका, धंधा करने की महेनत भी आपकी… और जो कमाई हो उसपर आपका एक नए पैसे जितना हक्क नहीं..!! ऐसा आपको कहा जाए तो क्या वो न्यायी होगा..?? लेकिन ऐसा घोर अन्याय आज आर्यधर्मों के साथ खुले आम भारत देश में हो रहा है..!! धर्मों की संपत्ति, धर्म के अनुयायीओं द्वारा श्रद्धा से दान में दि जाती है… फिर भी सरकार उसपर कब्जा रखना चाहती है..!! – प. पू. गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद्विजय युगभूषणसूरिजी महाराजा । . . . #SaveJainTirths #Antrikshji #SaveShikharji #SaveGiriraj #Shatrunjay #Girnar #Kesariyaji #AbuDelwara #Ranakpur #MuchalaMahavir #Taranga #Jain #Jainism #TirthRaksha #spirituality