राजा भी सत्ता के बल से ऐसी जबरदस्ती नहीं कर सकते कि उनके राज्य में किसी को स्वतंत्रता से अपना अभिप्राय देने या मानने का अधिकार न हो..!! न्यायी राजा हमेंशा सामनेवाले की सच्ची बात का स्वीकार करते थे..!! लेकिन खुद की मान्यता है… इसलिए सही है… और सभी को माननी जरूरी है..!! ऐसी #Dictatorship सुराज्य में नहीं होती थी..!! – प. पू. गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद्विजय युगभूषणसूरिजी महाराजा । . . . . . #SaveJainTirths #Mahasattvashali #Antrikshji #SaveShikharji #SaveGiriraj #Shatrunjay #Girnar #Kesariyaji #AbuDelwara #Ranakpur #MuchalaMahavir #Taranga #Jain #Jainism #TirthRaksha #spirituality