उंची धर्मप्रभावना करनी हो… तो भी अपवाद सेवन करने की आज्ञा है..!! और रक्षा के लिए तो अवसर आने पर तमाम प्रकार के अपवादों का सेवन करने की आज्ञा है..!! फिर चाहे वो साधु ही क्यों न हो..!! जिनशासन में अहिंसा को श्रेष्ठ धर्म माना है । लेकिन धर्म आदि के रक्षण के लिए अनन्यगत्या धर्मयुद्ध भी करना पड़े… उसमें लाखों मनुष्यों का संहार भी हो… तो भी निषेध नहीं किया है..!! – प. पू. गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद्विजय युगभूषणसूरिजी महाराजा । . . . . . #SaveJainTirths #Mahasattvashali #Antrikshji #SaveShikharji #SaveGiriraj #Shatrunjay #Girnar #Kesariyaji #AbuDelwara #Ranakpur #MuchalaMahavir #Taranga #Jain #Jainism #TirthRaksha #spirituality