कितना paradox है ना इस दुनिया में ?
खुद की कीमत बाहरकी दुनियावालों से करवाना चाहते हैं !
खुद को बाहरी दुनिया से ऊंचा मनवाने में लगे पड़े हैं !
लेकिन वो ये नहीं समझते की इसी वजह से वो अंदर मैं खुद की कीमत गवा रहे हैं !
बड़ा बनने की ख्वाहिश में खुद को रुई से भी हल्का बना रहे हैं ! हैं ना अजीब बात ?
अंदर की दुनिया में जो बड़ा है, अमीर है, वही सच्चा श्रीमंत कहलाता है…
लेकिन यह अमीरी पाये कैसे ?
इसका रहस्य जानना चाहते हैं ?
तो आइऐ…
अंदर की दुनिया के राजेश्वर परम पूज्य गच्छाधिपति युगभूषणसुरीश्वरजी महाराज के द्वारा “ उपमिति भवप्रपंच कथा “ ग्रंथ के आधार पर “ मनोजगत के अगम रहस्यों “ की अनुठी बातें जानेंगे…
रविवार के प्रवचन में और अंदर की दुनिया के मालिक खुद बनेंगे !
Time and Venue :- Gitarth Ganga संकुल, बोरीवली। रविवार सुबह ९ से १२ बजे तक।