Sha Mate Series (Hindi) Question – 11

प्रश्न 11 – पंडित महाराज को पेढ़ी को बल प्रदान करना चाहिए, उसके कार्यों में सहयोग करना चाहिए, विरोध नहीं।

उत्तर – इतना तो सब समझते हैं कि बल कोई ऐसी वस्तु नहीं है कि उसे डिब्बे में भरकर दिया जा सके और तो और, यह निर्विवाद रूप से कहा जा सकता है कि तीर्थरक्षा आदि कार्य करने के लिए सर्वाधिक सत्ता-साधन-सामग्री पेढ़ी के पास ही है ।
तो अब बाकी क्या रहा ?

पेढ़ी तीर्थरक्षा के कार्य अच्छी तरह सुदृढ रूप से कर सके, उससे शासन को अन्य कोई नुकसान न हो उसके लिए जिसकी कमी हो उसे पूरी करना, ज़रूरी दिशा-निर्देश देना, समझ देनी, सूचना देनी, नुकसान से सावधान करना, सावधान करने के बावजूद न रुके तो दृढतापूर्वक कहना, उससे भी न रुके तो जिनके द्वारा रुक सके उनके द्वारा रुकवाना, ये सब पेढ़ी को बल देने वाले, तीर्थरक्षा के कार्यों में सहयोग देने वाले नहीं है, ऐसा कहा जा सकता है क्या?