अन्य धर्मों में तो सरकार ने सिर्फ Management ही अपने हाथों में लिया है । मालिकी नहीं ली..!! जब कि अपने यहाँ मालिकी ले ली है..!! इसलिए पवित्रता टिकाने के सवाल खड़े हुए हैं..!! क्योंकि मालिकी न हो तो पवित्रता बनाए रखने के लिए जो अनिवार्य नीति-नियम हैं उसका पालन करवाना भी बहुत मुश्किल हो जाता है..!! ऐसे में तीर्थों की गरिमा और प्रभावशालीता हम कैसे बनाए रख सकेंगे..?? – प. पू. गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद्विजय युगभूषणसूरिजी महाराजा